आईये कुछ आईपीएल की यादें ताज़ा करते हैं

आईपीएल फाइनल २०१२ - CSK VS MI
कोलकोता नाईट राइडर्स ने 2012 में अपनी पहली चैंपियनशिप ट्रॉफी जीती, जब उन्होंने गत विजेता चेन्नई सुपर किंग्स को चेपॉक के मैदान पर एक कड़े मुकाबले में हरा दिया। मनविंदर सुल्तानसिंह बिस्ला और जैक्स कैलिस , के. के. आर. की जीत के वास्तुकार थे, इस जोड़ी ने पांच विकेट से जीत की आधारशिला रखी, जब सी. एस. के. ने १९० रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था।
इससे पहले के के. आर को लक्ष्मीपति बालाजी की हैमस्ट्रिंग चोट पूरी तरह ठीक न होने के कारण अपनी टीम में बदलाव करना पड़ा था। ब्रेट ली को बालाजी के स्थान पर खिलाया गया जब कि एम्. एस. बिस्ला को देवव्रत दास ki जगह विकेटकीपिंग की ज़िम्मेदारी सौंपी गयी। चेन्नई सुपर किंग्स ने अपनी टीम में कोई बदलाव नहीं किया।
गत चैंपियन ने लगातार तीसरे मैच में शानदार बैटिंग का प्रदर्शन किया। एम्. एस. धोनी ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग करने का फैसला किया, मुरली विजय और माइक हसी ने ८७ रनों की पारी खेल कर मेज़बान टीम को बड़े स्कोर के लिए नींव प्रदान की। विजय ने तेज़ गेंदबाज़ों को पुल करके और स्पिनर्स के खिलाफ पैरों का इस्तेमाल करके लॉफ्टेड शॉट्स लगाए, दूसरी ओर हसी ने स्वीप और रिवर्स स्वीप लगा कर चौकों और छक्कों की झड़ी लगा दी। मुरली विजय अंत में डीप स्क्वायर लेग पर रजत भाटिया को पुल करने के प्रयास में 42 रन बनाकर 11 वें ओवर में आउट हो गए।
हालाँकि विजय का विकेट सी. एस. के. की रनों की तेज़ रफ़्तार रोक नहीं पाया, सुरेश रैना ने अपनी टीम के लिए एक बड़ा स्कोर पोस्ट करने हेतु एक तेज़ पारी खेली। रैना ने पारी के १२ वें ओवर में कैलिस की गेंद पर मिड विकेट पर छक्का मारा, युसूफ पठान की तीन गेंदों पर 14 रन बना डाले। उसके बाद 16 वें और 17 वें ओवर में ब्रेट ली और सुनील नरेन् की गेंदों पर छक्के मार दिए।
के. के. आर. ने 18 वें ओवर की पहली गेंद पर अपना दूसरा विकेट हसी (५४) के रूप में खो दिया उन्हें कैलिस ने बोल्ड किया। लेकिन रैना ने सिर्फ 38 गेंदों पर 73 रनों की शानदार पारी खेली और धोनी ने 9 गेंद पर 14 रन बनाये, रैना पारी की अंतिम गेंद पर आउट हुए और सी. एस. के. ने १९० रन का बड़ा स्कोर बनाया।
अपने पहले आईपीएल ख़िताब जीतने के लिए 191 रनों का पीछा करते हुए ,के. के. आर. की उम्मीदों तब बहुत गहरा झटका लगा जब गौतम गंभीर (2) को पहले ही ओवर में हलफनहॉउस ने बोल्ड कर दिया। गंभीर के साथ पारी प्रारम्भ करने आये बिस्ला ने के. के. आर. की पारी को पुनर्जीवित किया। चौथे ओवर में बिस्ला ने मोर्केल को 4 चौके जड़े और फिर आश्विन की गेंदों पर दो छक्के लगाकर टीम का स्कोर, केवल ५.4 ओवरों में ५० पर पहुंचा दिया। अब बारी ब्रावो की थी, पारी के 9 वें ओवर में ब्रावो की गेंदों पर 4 और 6 जड़ दिया, उसके बाद शादाब जकाती की खबर लेते हुए उसकी गेंदों पर लगातार चौके मारकर अपनी टीम का स्कोर 11 ओवर में 111 पर पहुंचा दिया।
बिस्ला क्योंकि तेज़ खेल रहे थे तो कैलिस दुसरे छोर से उनका साथ निभा रहे थे और उन्होंनें इन दोनों के बीच हुई 100 रनों की पार्टनरशिप में मात्र 28 रन ही बनाये थे। हालाँकि जब बिस्ला (48 गेंद पर 89 रन) बद्रीनाथ द्वारा 15 वें ओवर में पॉइंट पर कैच आउट हुए तब कैलिस ने रन chase को नियंत्रित करने के लिए अपना गेयर बदला। अंतिम पांच ओवर में जब के. के. आर. को 50 रनो की आवश्यकता थी तब कैलिस ने 16 वें और 17 वें ओवर में मिलाकर ३२ रन बना डाले।
सी. एस. के. ने अंत में कैलिस के विकेट सहित २ विकेट ले कर के के आर की जीत की सम्भावना को काम करने की पूरी कोशिश की, के. के. आर. को अंतिम 7 गेंदों में 16 रनों की आवश्यकता थी तभी हलफनहॉउस की नो बॉल पर शाकिब (7 गेंद पर 11 रन) ने फाइन लेग पर चौका मार दिया। ब्रावो के अंतिम ओवर में मनोज तिवारी (3 गेंद पर 9 रन नॉट आउट) ने लगातार चौके मारकर नाईट राइडर्स को 2012 का आईपीएल चैंपियन बना दिया।
एम् एस बिस्ला को उनके बेहतरीन बल्लेबाज़ी के प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ़ मैच प्रदान किया गय।
Read Top Sports News
https://www.sportifnews.com/latest-article/best-cricket-moments-of-india-vs-england
Latest Sports News
-
3 months ago
-
4 months ago
-
4 months ago
-
4 months ago
-
4 months ago
-
4 months ago